आरती बंशी वाले की
साफ मन तन के काले की
आप मथुरा में जनामाये
पिता ले गोकुल में आये
छवि हैं नन्द के लाले की
चराई गऊ यमुना तट पे
मुरलिया बाजे नित बट पे
गौउओ के रखवाले की
मार दिये जरा सिन्धु शिशुपाल
कस पापी का कर दिया काल
आरती जग रखवाले की
शरण मे आया है राम पाल
श्याम मेरा भी रखना ख्याल
लाज रख गाने वाले की