जन्मदिन समारोह, जिसे जन्म दिवस संस्कार भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक और महत्वपूर्ण संस्कार है। जैसे भगवान राम और भगवान कृष्ण के जन्मदिन को क्रमशः रामनवमी और जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है, उसी तरह एक व्यक्ति के जन्मदिन का उसके जीवन में बहुत महत्व होता है।
जन्म दिवस के शुभ अवसर पर दीर्घायु जीवन अनुष्ठान करते हैं | तो निश्चित ही इस पूजन से उत्तम स्वास्थ, सुखी जीवन तथा दीर्घायु जीवन यन्त्र प्राप्त होगा जिसे धारण करने से आने वाले जीवन में अनायास विपत्तियों से रक्षा होगी |
यह जन्म दिन पूजा बाधाओं को दूर करने और एक समृद्ध वर्ष होने के लिए किया जाता है। जन्मदिन की पूजा आम तौर पर जन्म तिथि पर आयोजित की जाती है ।क्यूंकि मान्यताओं के अनुसार इस दिन पूजा करने से व्यक्ति की आयु वृद्धि होती है। यह भी कहा जाता है कि जब आप इस पूजा का संचालन करते हैं, तो समृद्धि आपके रास्ते में आने की संभावना बन जाती है तथा आपके जीवन में खुशी भर देती है। इस पूजा से करियर और पढ़ाई के मामले में वृद्धि होने की भी संभावना होती है।जन्मदिन की पूजा से ग्रहों के दुष्प्रभाव भी दूर हो जाते है। सभी प्रकार के कष्टों से छुटकारा मिलता है। इस पूजा से जीवन में आ रही बाधाएं भी दूर हो जाती है।
जन्मदिन पूजा के लाभ-
- इस पूजा के फलस्वरूप जीवन में आने वाली विपरीत घटनाओं से हमारी रक्षा होती है तथा हमें दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है।
- जीवन में आनेवाले दुःख अपने आप समाप्त होते है तथा जीवन सुखद होता है।
- घर-परिवार में खुशियों का आगमन होता है।
- घर में रुपए-पैसे की बरकत होती है, धनधान्य की कमी कभी नहीं होती।
- कामकाज में तथा जो बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में कामयाबी मिलती है।
- स्वास्थ्य उत्तम बना रहता है, कोई बड़ी बीमारी छू भी नहीं पाती।
पूजन सामग्री
धूप, फूल पान के पत्ते, सुपारी, हवन सामग्री, देसी घी, मिष्ठान, गंगाजल, कलावा, हवन के लिए लकड़ी (आम की लकड़ी), आम के पत्ते, अक्षत, रोली, जनेऊ, कपूर, शहद, चीनी, हल्दी और गुलाबी कपड़ा|