मंगल दोष (मांगलिक दोष) निवारण पूजा
जिन जातक (स्त्री पुरुष) की जन्मकुंडली के 1, 4 ,7 और 12वें भाव में यदि मंगल ग्रह स्थित होता है तो कुंडली में मंगल दोष का निर्माण होता है। इस दोष के चलते जातक को अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उदाहरण के तौर पर ऐसे जातकों को जीवन में भूमि से संबंधित कार्यों में बाधा आना, विवाह में देरी, संतान सुख न मिलना, व्यापार में हानि, कर्जे से मुक्ति न मिलना, आदि समस्या परेशान करती हैं। ऐसे में मांगलिक दोष से मुक्ति पाना या इस दोष के प्रभाव को कम करना बेहद जरूरी होता है। मांगलिक दोष निवारण पूजन द्वारा आप अपनी कुंडली में मौजूद इस दोष को कम या खत्म कर सकते हैं।
मंगल दोष के प्रभाव
मांगलिक दोष से प्रभावित जातक के विवाह में देरी और विवाह के बाद उसके वैवाहिक जीवन में भी परेशानियां और झगड़े बने रहते हैं। इसलिए देखा गया है कि मंगल दोष सबसे अधिक जातक के वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है। जिसके परिणामस्वरूप जीवन में अनेक कष्ट आते हैं और जातक अपने वैवाहिक सुख का आनंद उठाने से वंचित रह जाता है।
मांगलिक दोष से इस के अलावा जीवन में अन्य बहुत सी दिक्कत बनी रहती है जैसे संतान सुख न मिलना, व्यापार में हानि, कर्जे से मुक्ति न मिलना, भूमि से संबंधित कार्यों में बाधा आना आदि समस्या परेशान करती हैं।
मंगल दोष शांति पूजा के लाभ
- मंगल दोष हेतु वैदिक पूजा कराने से विवाह में आई समस्या का निवरण व दांपत्य जीवन में समृद्धि आती हैं।
- जीवनसाथी के साथ रिश्ता अच्छा होता है।
- पति-पत्नी को अपने जीवन मे प्रसिद्ध, मान्यता और मान-सम्मान प्राप्त होता हैं।
- स्वास्थ्य समस्याओं से निजात मिलती है।
- यह पूजा अथवा अनुष्ठान कराने से आपके महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होते हैं।
- इस पूजा के शुभ प्रभाव से आपके जितने भी रुके हुए काम हैं वो, पुनः सफ़लतपूर्वक पूरे हो जाते हैं।
- भी शारीरिक और मानसिक चिंताएं दूर होती हैं।
- नौकरी, करियर और जीवन में आ रही विभिन्न प्रकार की बाधाएं भी दूर होती हैं।
मंगल दोष के निवारण हेतु पूजा करने का विधान
उपाय
- कुंडली में मंगल को बली बनाने के लिए ॐ भौमाय नम: और ॐ अं अंगारकाय नम: मंत्र का जाप
- पहले प्रत्येक मंगलवार का व्रत रखें। हनुमान मंदिर में बूंदी का प्रसाद बांटें।
- मंगलवार को हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। मंगलवार के दिन लाल कपड़े धारण करें।
- हनुमान मंदिर में लाल सिंदूर चढ़ाएं और जरूरतमंद लोगों को लाल मसूर अथवा लाल वस्त्र दान करें।
- कुंडली से मंगल दोष को कम करने के लिए लाल मसूर की दाल, लाल वस्त्र, लाल गुलाल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से पूजा करनी चाहिए।