राहु शांति पूजा
मंत्रोपचार जैसे ग्रंथ में राहु दोष निवारण पूजा की सम्पूर्ण विधि के बारे में बताया गया है। राहु दोष निवारण पूजा में नवग्रह पूजा, राहु पूजा, रुद्राभिषेक, होम, राहु स्थापना और विसर्जन किया जाता है। इस प्रकार शास्त्रों के अनुसार सही विधि विधान से की गई राहु दोष निवारण पूजा, राहु के द्वारा उत्पन्न की जाने वाली समस्याओं से छुटकारा दिलाती है। साथ ही पारिवारिक जीवन में सुख शांति और समृद्धि का वास हो जाता है।
राहु-केतु दोष को दूर करने के उपाय।
पूजा के दौरान ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे भी राहु-केतु दोष का प्रभाव कम होता है. राहु-केतु से संबंधित बीज मंत्रों का जाप करने से भी दोष दूर होते हैं. किसी गरीब कन्या का विवाह कराने या विवाह में सहयोग करने से भी राहु-केतु के अशुभ प्रभाव कम होते हैं.
कुंडली में राहु के दोष को कम करने के लिए भगवान शिव और श्री हरि विष्णु की पूजा करना चाहिए। इसके साथ ही नियमित रूप से शनिवार और सोमवार के दिन जल में थोड़े से काले तिल डालकर शिवलिंग पर अभिषेक करें। इससे राहु और केतु का प्रभाव कम होगा।
पीपल की पूजा
शनिवार के दिन सुबह के समय पीपल की जड़ में जल चढ़ाएं और शाम को पीपल के जड़ के पास घी का दीपक जलाएं। इससे भी राहु की पीड़ा कम होगी।
पहनें ये रत्न
राहु दोष को कम करने के लिए गोमेद रत्न पहन सकते हैं। इसे पहनने से पहले ज्योतिष से जरूर सलाह लें।
राहु शांति मन्त्र
ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः